कोरोना के खिलाफ जंग में आगे आई रिलायंस इंडस्ट्रीज, दिया इस प्रकार अपना सहयोग
हाल की परिस्थिति को देखते हुये रिलायंस ने इस महामारी को देखते हुए उत्पादन क्षमता बढ़ाकर एक लाख मास्क प्रतिदिन करने, कोविड 19 के मरीजों को ले जाने वाले वाहनों को मुफ्त ईंधन देने तथा विभिन्न शहरों में मुफ्त भोजन उपलब्ध कराने की घोषणा की है। कंपनी ने सोमवार को एक बताया कि कंपनी सामाजिक जिम्मेदारी इकाई द्वारा संचालित अस्पताल ने अपने एक अस्पताल में कोरोना वायरस मरीजों के लिये सौ बेड वाली एक इकाई स्थापित की है।
कर्मचारियों को देगी पूरा वेतन
रिलायंस इंडस्ट्रीज ने यह भी घोषणा कि हे की इस संकट की घड़ी मे अगर उसका काम रूकता है तो भी वह स्थायी और ठेका पर काम करने वाले कर्मचारियों को भी पूरा वेतन देगी। एक रिपोर्ट के अनुसार कंपनी कोरोना वायरस से पीड़ित मरीजों को ले जाने वाले आपातकालीन वाहनों को मुफ्त में पेट्रोल और डीज़ल उपलब्ध कराएगी। वहीं रिलायंस फाउंडेशन उन लोगों को मुफ्त में खाना भी देगी जिनकी इस महामारी के कारण आजीविका भी प्रभावित हुई है।
इसके साथ ही जियो ने अपने विश्वास को दोहराया, कि एक देश के रूप में, हम इसमें एक साथ हैं – जियो टुगेदर।
विश्व का प्रमुख सहयोग मंच
जियो इस समय माइक्रोसॉफ्ट के साथ अपनी डिजिटल क्षमताओं को मिलाते हुए ऑफिस ३६५ में टीमवर्क के लिए एकीकृति कम्युनिकेशन और कोलेबरेशन हब को तैयार किया है ताकि सभी व्यक्तियों, छात्रों, शैक्षिक और स्वास्थ्य देखभाल संस्थानों को अपने प्रोफेशनल लाइफ को जारी रखने के लिए सक्षम किया जा सके, जबकि इसके साथ ही वे सामाजिक तौर पर दूरी बना कर चलने का अभ्यास कर रहे हैं।
घर पर स्वास्थ्य देखभाल:
इसके साथ ही लक्षण परीक्षक और चिकित्सा प्रणाली पर बिना जरूरत के दबाव को रोकने के लिए उपयोगकर्ताओं को घर पर अपने लक्षणों को ठीक से जांचने में सक्षम बनाता है और कोरोना वायरस स्थिति पर निरंतर वास्तविक समय के अपडेट और जानकारी भी देता है।
जियो हैप्टिक पॉवर्स मॉय गॉव कोरोना हेल्पडेस्क
रिलायंस इंडस्ट्रीज़ लिमिटेड की साथ ही उनकी दूसरी कंपनी ने जियो हैप्टिक टेक्नोलॉजीज ने भारत सरकार की नई व्हाट्सएप चैटबोट को संचालित किया है, जिसको ‘मॉय गॉव कोरोना हेल्पडेस्क’ नाम दिया गया है, जो कोरोवायरस के प्रकोप के बारे में पता करने में मदद करने और सत्यापित जानकारी का प्रसार करने के लिए है। इस चैट बोट को जियोहैप्टिक द्वारा सरकार के लिए उनकी आवश्यकता के अनुसार, नि: शुल्क बनाया गया और इसे रियल टाइम में अपडेट किया जा रहा है। इस चेट मे मेडिकल कंसल्टेशन, चिकित्सकों और डॉक्टरों से जुड़कर घर बेठे ही सही सलाह ले सकेंगे।
घर पर पढ़ाई
छात्रों और शिक्षकों को वीडियो कॉलिंग के माध्यम से क्लासरूम सेशंस, डॉक्यूमेंट, स्क्रीन शेयरिंग और अनौपचारिक चैट चैनलों पर कॉल करने में सक्षम किया गया है। एक स्कूल वर्ष में सभी लेसंस के लिए एक कम्युनिकेशन हब प्रदान करना, जिसमें व्यक्तियों और टीमों के लिए फ्री स्टोरेज उपलब्ध है।
कर्मचारी सहायता पहल
कर्मचारियों को संबोधित करते हुये अंबानीजी कहते हे की हमारा रिलायंस परिवार हमारी ताकत और हमारे विश्वास का स्रोत है जो प्रभावीरूप से और निरंतर विकसित हो रहे इस कोरोना वायरस को चुनौती देने में सक्षम है। यह सुनिश्चित करने के लिए सभी बाधाओं को दूर कर दिया है ताकि हमारे कर्मचारी इस संकट से सुरक्षित रहें और अनुबंध और अस्थायी श्रमिकों को भुगतान करना जारी रखेगा, भले ही इस संकट के कारण काम रुक गया हो। तीस हजार रुपये प्रति माह से कम आय वालों के लिए, वेतन को महीने में दो बार दिया जाएगा ताकि उनको नकदी की समस्या ना आए और उन पर किसी भी तरह का भारी वित्तीय बोझ ना आए।
आर.आई.एल ने अपने ज़्यादातर कर्मचारियों को कहा “वर्क फ्रॉम होम”
आर.आई.एल ने एक प्लेटफॉर्म पर काम करने की भी सुविधा प्रदान की है, जो कि लगभग ४० करोड़ ग्राहकों के लिए जियो नेटवर्क को बनाए रखने और दैनिक उपभोग के अन्य आवश्यक वस्तुओं, ईंधन, किराने और अन्य आवश्यक वस्तुओं की निर्बाध आपूर्ति प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।